300 करोड़ के मुआवजा घोटाले में एसडीएम सस्पेंड, 35 करोड़ की जगह 248 करोड़ का बांट दिया था……क्या सस्पेंड से आगे भी कोई कार्रवाही होगी ???????

SDM निलंबितः 300 करोड़ के मुआवजा घोटाले में एसडीएम सस्पेंड, 35 करोड़ की जगह 248 करोड़ का बांट दिया
अभनुपर के मुआवजा घोटाले में तत्कालीन एसडीएम निर्भय साहू को सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। एसडीएम ने 35 करोड़ की बजाए भूमाफियाओं के साथ मिलकर 326 करोड़ के मुआवजे का न सिर्फ क्लेम बनाया बल्कि उसमें से 248 करोड़ रुपए बांट भी डाला।इस मुआवजा स्कैम को प्रमुखता के साथ मिडिया लगातार उठा रहा था।छत्तीसगढ़ में इस मामले को लेकर काफी चर्चा विधानसभा में भी हुई थी. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास मंहत ने इस मामले को उठाया था। राजस्व मंत्री द्वारा मामले पर गलतबयानी करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी थी।जारी आदेश में लिखा है, निर्भय कुमार साहू (रा.प्र.से., आर.आर.-2014, प्रवर श्रेणी) तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी (रा.) एवं सक्षम प्राधिकारी भू-अर्जन, अभनपुर -रायपुर ने रायपुर विशाखापट्नम प्रस्तावित इकॉनामिक कॉरिडोर का गटक निर्माण के अनुविभाग अभनपुर अंतर्गत भारतमाला पारका भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में भू-अर्जन के रूप में वास्तविक मुआवजा से अधिक मुआवजा राशि का भुगतान किया जाकर निजी भूस्वामियों को अवैध रूप से लाभ पंहुचाकर, शासन को आर्थिक क्षति पंहुचाया है।
भू-अर्जन प्रकरण में कई अनियमिततायें जिला स्तरीय जांच समिति द्वारा प्रतिवेदित की गई है। साथ ही निर्भय कुमार साहू (रा.प्र.से.) द्वारा भू-अर्जन की प्रक्रिया में की गई कार्यवाही में अपने अधीनस्थ शासकीय सेवकों के कार्यों का समुचित पर्यवेक्षण नहीं कर, अपने कर्तव्य के प्रति सनिष्ठ न रहते हुए अनियमितता एवं लापरवाही बरती गई है।
लेकिन क्या सस्पेंड करने से मामले का पटाक्षेप हो जायेगा.मामले में करोड़ो की राशि का हेरफेर किया गया है.इसमें शामिल सभी लोगो पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए साथ ही इनसे सरकारी पैसो की रिकवरी होनी चाहिए.ऐसे भ्रृष्ट अफसरों को नौकरी से निकालने की आवश्यकता है साथ ही जेल में डालना उचित होता.यह पहला मामला नहीं है इसके पहले भी छत्तीसगढ़ में जमीनों पर ऐसा खेल होता आया है.उन सभी मामलो में कड़ी से कड़ी कार्रवाही करने की आवश्यकता है.
