*सुशासन की सरकार में आईपीएस अरुण देव गौतम ही होंगे पूर्णकालिक डीजीपी…….*

रायपुर:Hindu Times
छत्तीसगढ़ में अब यह लगभग तय हो गया है कि भारतीय पुलिस सेवा में 1992 बैच के IPS अधिकारी अरुण देव गौतम ही छत्तीसगढ़ के पूर्णकालिक पुलिस महानिदेशक (DGP) बनेंगे। वर्तमान में वे कार्यवाहक DGP के रूप में कार्यरत हैं।अरुण देव गौतम ने अशोक जुनेजा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 4 फरवरी, 2025 को कार्यवाहक DGP का कार्यभार संभाला है।
इसी बीच पता चला है कि UPSC ने शीर्ष पुलिस पद के लिए तीन IPS अधिकारियों -अरुण देव गौतम, पवन देव और जीपी सिंह के नामों को मंजूरी दे दी है।छत्तीसगढ़ सरकार अपने नए पुलिस महानिदेशक (DGP) के नाम की घोषणा करने के लिए तैयार है, क्योंकि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने इस पद के लिए तीन IPS अधिकारियों के पैनल को अंतिम रूप देकर राज्य सरकार को भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार, शॉर्टलिस्ट किए गए नाम हैं 1992 बैच के अरुण देव गौतम, इसी बैच के पवन देव और 1994 बैच के जीपी सिंह.
अरुण देव गौतम पिछले साढ़े 3 माह से कार्यवाहक डीजीपी का काम देख रहे हैं उनके इस अल्प समय के कार्यकाल में प्रदेश में नक्सलाइट्स के विरुद्ध जोरदार कार्रवाई हुई है। वे प्रदेश में इस समय सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी है। इसलिए यह तय माना जा रहा है कि ही प्रभारी कार्यवाहक से पूर्णकालिक डीजीपी बनेंगे.वैसे साय सरकार को पुलिस मुखिया के लिए बेदाग अफसर की ज्यादा आवश्यकता हैं.अपनी बेदाग छवि का फायदा अरुण देव गौतम को जरूर मिलेगा.
बता दें कि शुरुआत में, राज्य सरकार ने पवन देव, अरुण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता का पैनल प्रस्तावित किया था। पता चला है कि तब UPSC ने उम्मीदवारों की सीमित संख्या का उल्लेख करते हुए पैनल को वापस कर दिया था।नियमों के अनुसार, यदि राज्य में पांच से कम डीजी रैंक के अधिकारी उपलब्ध हैं, तो पैनल में अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रैंक के नाम शामिल किए जाने चाहिए। इसके बाद, राज्य सरकार ने अपनी सूची में संशोधन करते हुए मूल तीन नामों के साथ 1994 बैच के दो अफसर गुरजिंदर पाल सिंह और शिवराम प्रसाद कल्लूरी के नामों को भी शामिल किया।इसके बाद अब UPSC में तीन नाम के पैनल को फाइनल कर वापस राज्य की साय सरकार को भेज दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें अरुण देव गौतम का नाम पहले नंबर पर है।अरुण देव गौतम की पहचान एक ईमानदार अफसर के नाम से हैं. वैसे सरकार चाहे तो इन तीनों में से किसी भी नाम को अंतिम रूप दे सकती है लेकिन यह माना जा रहा है कि सुशासन की सरकार अब अरुण देव गौतम को ही कार्यवाहक से पूर्णकालिक डीजीपी बनाएगी।
