*कोरबा डीएमएफ में अरबो का हुआ था खेल.पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री को जाँच करने लिखा पत्र……*
पूर्व कलेक्टर संजीव झा के कार्यकाल की केन्द्रीय एजेंसी से जांच कराएं 0 जिला सीईओ नूतन झा, भरोसाराम ठाकुर की भी भूमिका

जिले के पूर्व कलेक्टर संजीव कुमार झा द्वारा अपने कार्यकाल में कोरबा जिले में जिला खनिज संस्थान न्यास मद में अरबों रुपये के किये गए घोटाला व मनरेगा योजना जैसे खनिज मद में करोडों का घोटाला की जाँच केंद्रीय जाँच एजेंसी से कराने बावत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने पत्र लिखा है।

पत्र में लेख है कि संजीव कुमार झा कोरबा जिले में दिनांक 01/07/2022 से 31/07/2023 तक पदस्थ रहे है। इनके कार्यकाल में वर्ष 2022-23 व 2023-24 में जिला खनिज संस्थान न्यास में शासी परिषद की बैठक में अनुमोदित कार्य के विरुद्ध जाकर भ्रष्टाचार करने की नीयत से कांग्रेस से जुड़े विधायक और उनके कार्यकर्ताओं से मिलकर कमीशन लेकर मन मौजे कार्य को स्वीकृति दी गई है। स्वीकृत किये गए कार्य में अधिकतर कार्य को बैठक में अनुमोदन नहीं लिया गया और केवल कागज में ही कार्य स्वीकृति कर अरबों रुपये की राशि का बंदरबाट किया गया है। अनुमोदन सूची भी गायब कर फर्जी अनुमोदन सूची भी तैयार किया गया जिनमें शासी परिषद की बैठक में उपस्थित सदस्यों का हस्ताक्षर भी नहीं है। सामग्री सप्लाई, प्रक्षिक्षण, स्ट्रीट लाईट और महिला समितियों को प्राप्त सामग्री, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, उद्यान विभाग के कार्य में भारी भ्रष्टाचार किया गया है। पोड़ी उपरोड़ा और कटघोरा व पाली ब्लाक में विभिन्न विभाग से इनके कार्यकाल में अरबो का कार्य भ्रष्टाचार के नीयत से कार्य स्वीकृत किया गया। करतला व कोरबा ब्लाक में 3 से 4 करोड़ का ही केवल कार्य स्वीकृत किया गया। इससे इनकी मानसिकता स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है।
इसी तरह कोरबा जिले में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क निर्माण और सामग्री सप्लाई में भी अनियमितता किया गया है। समस्त भ्रष्टाचार में संजीव झा कलेक्टर कोरबा के साथ नूतन कंवर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा व भरोसाराम ठाकुर परियोजना अधिकारी जिला खनिज संस्थान न्यास कोरबा की अहम् भूमिका रही है।
ननकीराम कंवर ने कहा है कि आपको (प्रधानमंत्री) इस भ्रष्टाचार की जाँच के संबंध में पूर्व में भी शिकायत पत्र देकर अवगत कराया गया था लेकिन आज तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है।अपेक्षा है कि संजीव कुमार झा कलेक्टर कोरबा के कार्यकाल वर्ष 2022-23 व 2023-24 में हुए भारी भ्रष्टाचार की जाँच केंद्रीय जाँच एजेंसी से करने पर अरबों रुपये का भ्रष्टाचार सामने आयेगा जिसमे कई सफ़ेदपोश नेता का असली चहेरा जनता के सामने आयेगा इसलिए उचित जाँच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही कराना चाहेंगे ।

छत्तीसगढ़ में डीएमएफ के घोटाले की कहानी बड़ी लम्बी चौड़ी है.एक नहीं कई अफसरों ने इस खेल में अच्छी कमाई की है.बहुत जल्द एक आईएएस की कहानी आपके सामने आएगी.इस आईएएस ने भी अपनी कलेक्टरी के समय काली कमाई की है.काम के एवज में करोड़ो रूपये कमीशन के नाम से वसूली थी.तबादले के बाद भी आर्डर जारी करने के नाम से करोड़ो की वसूली की थी.बाद में आये नौकरशाह ने पूर्व कलेक्टर के सभी आदेश को निरस्त कर दिया था.आज भी वो सप्लायर अपने पैसो के लिए भटक रहे है.बहुत जल्द उस नौकरशाह का खुलासा सामने आएगा….
