स्वतंत्रता दिवस के बाद भाजपा को अपना नया अध्यक्ष मिल जायेगा:सूत्र

हिन्दू टाइम्स रायपुर/दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी
(भाजपा) स्वतंत्रता दिवस के बाद अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा करने की तैयारी में है। यह निर्णय पार्टी के कुछ राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होने के बाद लिया जाएगा। हालांकि, एक खबर यह भी सामने आई थी कि भाजपा और आरएसएस के बीच अभी तक किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी है। पार्टी के वैचारिक मार्गदर्शक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भाजपा नेतृत्व को सुझाव दिया है कि ऐसा उम्मीदवार चुना जाए जिसे संगठनात्मक अनुभव हो और जिसकी पार्टी के भीतर निष्पक्ष छवि हो।इसी बीच उप राष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने स्वास्थय गत कारण बताकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं.मोदी सरकार के लिए अब एक और महत्वपूर्ण कार्य आ गया हैं.
पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा ने चार संभावित नामों को प्राथमिकता सूची में शामिल किया है। उनमें पहला नाम सामने आता है ओडिशा से आने वाले धर्मेंद्र प्रधान का, जो कि केंद्र सरकार में मंत्री हैं और उनके पास संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है। इस रेस में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव भी शामिल हैं, जिन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी सरकार में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम की भी चर्चा है, जिनके पास जनाधार से साथ-साथ संगठन मजबूत पकड़ है।इसके साथ ही उत्तरप्रदेश के बड़े नामो की भी चर्चा है.संघ की ओर से संजय जोशी को भी आगे किया जा सकता हैं.अब किस बड़े नाम को पार्टी हाईकमान तय करेगी यह बहुत जल्द सामने आ जायेगा.भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के प्रभारी डॉ. के. लक्ष्मण ने कहा कि 10 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे किए जा रहे हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा बाकी है। अभी नाम घोषित करने के लिए कोई अंतिम समयसीमा तय नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए देशभर के 10 लाख से अधिक बूथों पर मतदान कराया जाएगा। आपको बता दें कि भाजपा ने 10 लाख बूथों में से 7.5 लाख बूथ प्रभारी नियुक्त कर लिए हैं.
