छत्तीसगढ
छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग में प्रोफेसर विजय कुमार गोयल बने अध्यक्ष……साथ ही एक सदस्य की हुई नियुक्ति…..

Hindu Times
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल एवं कुलाधिपति के आदेश पर छत्तीसगढ़ में निजी विश्वविद्यालयों के संचालन और निगरानी के लिऐ गठित छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के लिऐ प्रोफेसर विजय कुमार गोयल को आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।साथ ही एक सदस्य की नियुक्ति की गई हैं.वैसे इस पद के लिए आरएसएस से जुड़े लोग भी अपनी नियुक्ति के लिए प्रयासरत थे.पर अंततः प्रोफेसर गोयल ने बाजी मार ली.एक सदस्य के साथ ही अध्यक्ष की नियुक्ति राज्यपाल ने की हैं.इस नियुक्ति को लेकर काफ़ी चर्चाए भी छनकर बाहर आ रही हैं.
सूत्रो के अनुसार इस नियुक्ति में अनुमोदन नहीं लेने की भी बात सामने आ रही हैं.अब इसमें कितनी सच्चाई है यह तो प्रभु श्री राम ही जाने.वैसे छत्तीसगढ़ के राज्यपाल जनता के हितो को लेकर हमेशा आगे आकर देखते हैं.जिलो में कलेक्टर्स को भी बैठक में सक्त हिदायत देते है.जनता तक सरकार की योजना का क्रियान्वयन सही तरीके से होने को लेकर भी प्रयासरत है.निजी विश्वविद्यालय की मनमानी पर प्रोफेसर गोयल क्या नीतिया बनाकर काम करेंगे यह देखना बाकी है।
छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष को कई सुविधाएँ प्राप्त होती हैं, जिनमें शामिल हैं:
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वेतन और भत्ते:अध्यक्ष को एक निर्धारित वेतन और भत्ते दिए जाते हैं, जो राज्य सरकार द्वारा तय किए जाते हैं।
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आवास:अध्यक्ष को राज्य सरकार द्वारा एक आवास भी प्रदान किया जाता है।
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वाहन:अध्यक्ष को एक राज्य सरकार का वाहन भी उपलब्ध कराया जाता है।
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अन्य सुविधाएँ:अध्यक्ष को अपने पद के अनुसार अन्य सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं, जैसे कि यात्रा भत्ता, चिकित्सा सुविधाएँ, आदि।
अध्यक्ष का मुख्य कार्य निजी विश्वविद्यालयों के कामकाज की निगरानी करना और उन्हें उच्च शिक्षा के मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करना है। इसके अतिरिक्त, अध्यक्ष निजी विश्वविद्यालयों के लिए नियम और विनियम भी बनाते हैं।अध्यक्ष को अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए पर्याप्त अधिकार और शक्तियाँ भी प्राप्त होती हैं।
