पूर्व की भूपेश सरकार के अफसर पर मेहरबान साय सरकार……सीएसईबी में कटियार को फिर एक बार मिला एक्सटेंशन…..

●रायपुर हिन्दू टाइम्स●
छत्तीसगढ़ में आज भी पूर्व की भूपेश सरकार के अफसरों का ही जलवा बरकरार है।सीएम विष्णुदेव साय की सरकार में नया परिवर्तन दिखने की उम्मीद भी नही जा सकती। भूपेश बघेल सरकार के समय जिन अफसरों को मलाईदार जगहों में रखा गया था। वो आज भी बरकरार दिखाई देता है।छत्तीसगढ़ की विष्णु देव सरकार ने सरकारी बिजली उत्पादन कंपनी के एमडी संजीव कुमार कटियार को फिर एक बार एक्सटेंशन दे दिया है।कटियार साहब के सामने सरकार भी शायद नतमस्तक दिखती है।कटियार का कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो रहा था। सरकार ने एक दिन पहले ही सेवा वृद्धि का आदेश जारी कर दिया। इससे पहले कटियार को भूपेश बघेल सरकार ने दो बार एक्सटेंशन दिया था। भूपेश सरकार के करीबी अफसर कटियार पर साय सरकार भी मेहरबान हो गई। रिटायरमेंट के एक दिन पहले कटियार के सेवाकाल में एक साल बढ़ोत्तरी की गई है।एक ही अफ़सर पर सरकार की बड़ी मेहरबानी समझ से परे है।
बता दें कि श्री कटियार पूर्व में कोरबा पश्चिम में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पदस्थ थे।जिन्हें एन के बिजौरा का कार्यकाल पूरा होने पर एमडी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। प्रबंध निदेशक कटियार ने बीई मेकेनिकल की शिक्षा शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर से प्राप्त की। 17 फरवरी 1983 को मध्य प्रदेश विद्युत मंडल में सहायक अभियंता प्रशिक्षु के रूप में अपनी सेवाएं आरंभ की। इसके उपरांत हसदेव ताप विद्युत गृह कोरबा पश्चिम के संचालन में अपनी सेवाएं देते हुए 210 मेगावॉट की प्रथम यूनिट के सिंक्रोनाईजेशन में आपने महती भूमिका का निवर्हन किया।
एक अफसर पर ही सरकार की विशेष मेहरबानी…. पहले भी दो बार मिल चुका एक्सटेंशन….
इस आदेश के जारी होने के बाद एक सवाल खड़ा हो गया है कि क्या मुख्यमंत्री के करीबी अफसर पिछली भूपेश सरकार के तौरतरीकों से ही संचालन कर रहे हैं। यह सवाल खड़ा होना लाजिमी भी है, क्योंकि संजीव कटियार को भूपेश सरकार में पहले भी दो बार एक्सटेंशन मिल चुका है। जाहिर बात है कि भूपेश बघेल के करीबी होने के कारण ही संजीव कटियार को दो बार सेवा वृद्धि मिली। अब जबकि साय सरकार में फिर कटियार को एक्सटेंशन मिला है तो बहुत से सवाल उठने लगे है। यह उन अफसरों की सलाह पर मिला होगा जो सीएम के करीबी माने जाते हैं।
मुख्यमंत्री सीधे व सरल है।अपनी सादगी से सभी को आकर्षित कर लेते है।जनता भी इस बात को समझती है।पर सत्ता संचालन में सादगी से ज्यादा बेहतर प्रशासक होना जरूरी है।कटियार की सर्विस में 31 मार्च 2025 तक की बढ़ोत्तरी की गई है।एक ही अफ़सर पर बार बार मेहरबानी भी समझ से परे है।सत्ता की चाभी का कैसा इस्तेमाल करना है यह बात प्रदेश के नौकरशाही को बहुत अच्छे से ज्ञात है।सूत्रों के अनुसार सरकार में कुछ एक नौकरशाह अपने हिसाब से सारे फैसले ले रहे है।पूर्व की भूपेश सरकार में मलाई खाये अफसरों से अच्छी मलाई कौन खिला सकता है।इसलिए उस समय काल के अफसरों पर विशेष मेहरबानी की जा रही है।
