*टैक्स वसूली को लेकर ढोल बजाने बकायादारों के संस्थान पहुंचे निगमकर्मी…….क्या अब जनता भी अपनी समस्याओ के समाधान के लिए कमिश्नर और निकाय मंत्री के बंगले जाये…..*

•Hindu Times News•
*टैक्स वसूली को लेकर ढोल बजाने बकायादारों के संस्थान पहुंचे निगमकर्मी…….क्या अब जनता भी अपनी समस्याओ के समाधान के लिए कमिश्नर और निकाय मंत्री के बंगले जाये…..*
बिलासपुर में नगर निगम अपने बकाया टैक्स की वसूली के लिए नए तरीके से काम करने में लगा हुआ है.बुधवार की शाम जब मार्केट और मोहल्लों में ढोल-ताशा के साथ निगम कर्मी को देख लोग हैरान रह गए। पहले उन्हें लगा कि होली पर्व के चलते ढोल-ताशे बजाए जा रहे हैं। लेकिन, निगम कर्मी बकायादारों से टैक्स जमा करने की हिदायत देते हुए ढोल-ताशा बजवाना शुरू किया, तो उन्हें शर्मसार होना पड़ा।इस पहल के से निगम कर्मियों ने एक लाख 75 हजार से अधिक के टैक्स वसूल लिए।ऐसा निगम के लोगो ने जानकारी दी.दरअसल, निगम कमिश्नर ने ढोल-ताशा बजाकर बड़े और पुराने बकायादारों को जागरूक बनने का संदेश देते हुए यह अभियान शुरू किया है।पर निगम को ऐसा करना था या नहीं?ऐसी कई प्रकार की बाते अब बिलासपुर में हो रही हैं.
निगम के अधिकारियो का कहना है की नगर निगम के अतिक्रमण शाखा के लोग पिछले 6 महीने से राजस्व वसूली के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसका असर भी दिखने लगा है।अब तक सालों से संपत्ति समेत अन्य टैक्स नहीं पटाने वाले बकायादार भी अपना टैक्स जमा कर रहे हैं। निगम कमिश्नर अमित कुमार के सख्त निर्देश के राजस्व विभाग बाद यह तरीका अपनाया गया है.वसूली के लक्ष्य को पाने के लिए निगम प्रशासन का ढों. भी समझ से परे हैं.शहर की गलियों में बजबजाती नालियाँ,कचरो का ढेर लगा हुआ है.निगम कमिश्नर को कभी इस ओर भी देखना चाहिए.वातानुकूलित कक्ष से गलियों में घूमे तो समस्या नजर आएगी.स्मार्ट रोड में नालियों को ढंकना तक निगम भूल गया हैं.केवल राजस्व वसूली की चिंता है.बाकि जनता भोगे.

निगम के इस नए तरीके का विरोध भी आया सामने…
निगम के सुचारू और निर्बाध सेवा के संचालन के लिए सभी से समय पर टैक्स जमा करने की बात कह रहा है वही कुछ समाजसेवियों का कहना है की निगम का यह तरीका सही नहीं हैं.शहर में निगम की लचर व्यवस्था से त्रस्त लोग भी निगम कमिश्नर के घर अपनी समस्याओ के समाधान के लिए ढोल ताशा बजायेंगे.तब निगम कमिश्नर क्या करेंगे?निगम शहर में फैली गंदगी को तो साफ़ नहीं कर पाता है उसमे निगम कमिश्नर को ध्यान देने की आवश्यकता है.लोगो को पानी दे पाने में नगर निगम ध्यान दे.आम लोगो की समस्याओ को दूर करने के बजाय ढ़ोल बजाने में लगे हैं.प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव निगम के मंत्री भी हैं.कही जनता किसी दिन निकाय मंत्री के बंगले में भी ढोल बजाने न पहुंच जाये.उस दिन निगम का यह नया तरीका कमिश्नर के ऊपर भारी न पड़ जाये.
